आज़ादी के 77 साल बाद बल्लुआणा को मिला पहला सरकारी डिग्री कॉलेज

Punjab(H) पंजाबी

बल्लुआणा, 5 दिसंबर, देश क्लिक ब्योरो
आज़ादी के 77 साल बाद आज फाजिल्का ज़िले के ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र बल्लुआणा को पहला सरकारी कॉलेज मिला है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी पहल करते हुए यह सरकारी डिग्री कॉलेज जनता को समर्पित किया।

इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अफसोस जताया कि पिछली सरकारों ने कभी इस क्षेत्र में ऐसे संस्थान स्थापित करने के बारे में नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि यह कॉलेज आज़ादी के 77 वर्षों बाद स्थापित किया गया है और इसका उद्देश्य विशेष रूप से छात्रों, खासकर लड़कियों के शैक्षिक उत्थान के लिए काम करना है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि यह पहल क्षेत्र में शिक्षा की कमी को दूर करने में मददगार साबित होगी।

अकाली नेताओं पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे-लंबे वादों के बावजूद वे जनता को बुनियादी सुविधाएं देने में असफल रहे। उन्होंने कहा कि अकालियों के कुकर्मों के कारण ही अब उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र में आम आदमी की ताकत सबसे बड़ी होती है।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि जनता इतनी साहसी है कि वे सिर्फ 20 मिनट में 20 साल की किस्मत का फैसला कर सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में लाने का श्रेय ‘आप’ को जाता है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र उनकी सरकार की पांच मुख्य प्राथमिकताओं में शामिल हैं, और इस दिशा में किसी भी तरह की कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि जहां अन्य राजनीतिक दलों ने हमेशा नफरत और विभाजन की राजनीति की, वहीं ‘आप’ ने इन क्षेत्रों को प्राथमिकता देकर राजनीति को नई दिशा दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से शिक्षा को प्राथमिकता दी गई है और लोगों के जीवन में बदलाव लाने में पहल की जा रही है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह कुंजी है जो लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाकर उन्हें गरीबी से बाहर निकाल सकती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी कारण उनकी सरकार आम लोगों को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी जेईई और अन्य प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रहे हैं, जिससे उनके जीवन स्तर को सुधारने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पहले लोग मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजते थे, लेकिन अब शिक्षा प्रणाली में सुधार के कारण ऐसा करना उनकी इच्छा बन गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य भर में स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किए गए हैं, और इसी तरह सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली को भी उन्नत किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गर्व और संतोष की बात है कि राज्य सरकार ने युवाओं को विभिन्न विभागों में 50,000 नौकरियां प्रदान की हैं। उन्होंने बताया कि भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न किया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी क्योंकि राज्य के कई प्रमुख विभागों में भर्ती प्रक्रिया प्रगति पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विकसित पारदर्शी प्रशासन के कारण अकेले बल्लुआणा विधानसभा क्षेत्र के डंगर खेड़ा गांव को 700 नौकरियां मिली हैं। उन्होंने बताया कि डंगर खेड़ा गांव का नाम बदलकर अध्यापक खेड़ा रखने पर विचार किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाएंगे क्योंकि इस प्रक्रिया के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी जरूरी है।

लड़कियों की शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा महिला सशक्तिकरण की नींव है और इस दिशा में राज्य सरकार कोई कमी नहीं छोड़ेगी। उन्होंने घोषणा की कि इस कॉलेज के लिए शिक्षकों के 9 पद स्वीकृत किए गए हैं, जिनकी संख्या विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर बढ़ाने की योजना है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि यह कॉलेज क्षेत्र की लड़कियों के कल्याण के लिए अहम भूमिका निभाएगा।

मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि अबोहर में उद्घाटित जल और सीवरेज प्रोजेक्ट आने वाली पीढ़ियों की जरूरतों को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने निवासियों को अत्याधुनिक बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार राज्य की प्रगति और यहां के निवासियों की खुशहाली के लिए पूरी लगन से काम कर रही है।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने पारंपरिक मूल्यों को संजोने और इन्हें युवाओं तक पहुंचाने के लिए बिश्नोई समुदाय की सराहना की। उन्होंने इस कॉलेज की स्थापना के लिए 10 एकड़ भूमि दान करने के लिए पंचायत का दिल से धन्यवाद किया। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि लगभग 15.50 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित यह कॉलेज इस क्षेत्र में शिक्षा का प्रकाशस्तंभ बनेगा।

मुख्यमंत्री ने बल्लुआणा में नहर विभाग का कार्यालय बनाए रखने की भी घोषणा की।
इससे पहले पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने 1,000 दिनों के शासनकाल में 8,000 स्कूलों के लिए बाउंड्री वॉल बनाने में सफलता प्राप्त की है। यह उनके शिक्षा मॉडल और क्रांति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन गया है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान युवाओं को 50,000 नौकरियां प्रदान की हैं, जिससे रोजाना 50 युवाओं को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने बल्लुआणा क्षेत्र के स्कूलों के लिए 50 करोड़ रुपए आवंटित करने की घोषणा की।
इस अवसर पर विधायक अमनदीप सिंह गोल्डी मुसाफिर ने संबोधन किया और क्षेत्र के विकास के लिए मुख्य मंत्री का आभार व्यक्त किया। विधायक हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने भी संबोधित किया

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