‘फरिश्ते योजना’ जीवन बचाने में साबित हो रही वरदान, 223 दुर्घटना पीड़ितों का हुआ मुफ्त इलाज

Punjab(H)

चंडीगढ़, 18 दिसंबर:

पंजाब सरकार द्वारा सड़क हादसा पीड़ितों को निर्विघ्न इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई ‘फरिश्ते योजना’ कीमती जानें बचाने के लिए वरदान साबित हो रही है।

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार, भारत में प्रतिदिन लगभग 1,400 सड़क हादसे और 400 मौतें होती हैं। जबकि अकेले पंजाब में हर साल लगभग 5,000 मौतें सड़क दुर्घटनाओं के कारण होती हैं। फरिश्ते योजना का उद्देश्य दुर्घटना पीड़ितों को बिना किसी निश्चित राशि (कैपिंग अमाउंट) की सीमा के व्यापक इलाज प्रदान करके इस गंभीर मुद्दे को हल करना है।

राज्य की यह महत्वपूर्ण योजना, जिसका उद्देश्य सड़क किनारे दुर्घटनाओं में चोट लगने के कारण होने वाली मौत की दर को कम करना है और सरकारी व सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में तुरंत और निर्विघ्न इलाज प्रदान करना है, 25 जनवरी, 2024 को अधिसूचित की गई थी। यह योजना पंजाब राज्य के क्षेत्र में होने वाले सभी सड़क हादसा पीड़ितों के लिए बिना किसी शर्त या जाति, धर्म, राष्ट्रीयता और जन्म स्थान के भेदभाव के लागू होती है और इसके तहत दुर्घटना पीड़ितों को बिना किसी सीमा के व्यापक इलाज प्रदान किया जाता है।

इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (एसएचए), पंजाब की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) श्रीमती बबीता ने बताया कि आम लोगों को आगे आकर दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने और उनकी जान बचाने के लिए प्रेरित करने हेतु ऐसे ‘फरिश्तों’ को नकद इनाम और प्रशंसा पत्र के साथ सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘जो भी व्यक्ति स्वेच्छा से दुर्घटना पीड़ितों की जान बचाने में मदद करता है, उसे ‘फरिश्ता’ माना जाएगा और उसे प्रशंसा पत्र और 2000 रुपये की नकद इनामी राशि के साथ सम्मानित किया जाएगा।’’

सीईओ ने बताया कि शुरुआत से लेकर,इस योजना ने सड़क हादसों के परिणामस्वरूप होने वाली मौतों की दर को कम करने में अपनी प्रभावशीलता साबित करते हुए लगभग 223 दुर्घटना पीड़ितों को मुफ्त चिकित्सा इलाज प्रदान किया है। उन्होंने आगे कहा कि अब तक 66 ‘‘फरिश्ते’’ राज्य स्वास्थ्य एजेंसी, पंजाब के साथ पंजीकृत हुए हैं।

उन्होंने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने 16 फरिश्तों के निस्वार्थ प्रयासों को मान्यता देते हुए 15 अगस्त, 2024 को उन्हें प्रति पीड़ित 2000 रुपये की नकद इनामी राशि और प्रशंसा पत्र देकर ‘‘फरिश्ते पुरस्कार’’ से सम्मानित किया है। उन्होंने आगे कहा कि शेष फरिश्तों को भी उनके संबंधित जिलों के डिप्टी कमिश्नरों द्वारा सम्मानित किया जा रहा है।

फरिश्ते योजना के तहत, 494 अस्पताल, जिनमें 90 टर्शरी केयर अस्पताल शामिल हैं, को विशेष रूप से राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग/सड़कों के 30 किलोमीटर के हिस्से को कवर करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है ताकि गंभीर समय के दौरान इलाज सुनिश्चित किया जा सके।

श्रीमती बबीता ने बताया कि ये अस्पताल मैपल एप्लिकेशन (एक मोबाइल ऐप) से जुड़े हैं, जो लोगों को नजदीकी सूचीबद्ध अस्पताल का पता लगाने में मदद करता है।

यह योजना आपातकालीन हेल्पलाइन — 108, 1033 और 112 सड़क सुरक्षा फोर्स (एसएसएफ) के साथ भी जुड़ी हुई है। इसके तहत आईटी प्रणालियों के माध्यम से 30 किलोमीटर के दायरे में आने वाले नजदीकी अस्पताल का पता लगाने और समय पर पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि 108 एंबुलेंस स्टाफ को दुर्घटना के पीड़ितों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाने और उनके प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है।

सीईओ ने बताया कि यदि कोई सूचीबद्ध अस्पताल भुगतान की मांग करता है, तो लाभार्थी एसएचए, पंजाब में शिकायत दर्ज कर सकते हैं या 104 मेडिकल हेल्पलाइन पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

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